रामायण के दोबारा प्रसारण देख दारा के बेटे बिंदु हुए भाविभोर, किया पिता को याद  
रामायण के दोबारा प्रसारण देख दारा के बेटे बिंदु हुए भाविभोर, किया पिता को याद

 


" alt="" aria-hidden="true" />
चंडीगढ़। देश में 90 के दौर के दौरान जब रामायण और महाभारत का प्रसारण होता था तब देश में अघोषित कफर्यू जैसा नजारा पैदा हो जाता था। आज जब भी पीएम मोदी ने देश में 21 दिन का लॉकडाउन घोषित किया तो एक बार फिर रामायण और महाभारत का प्रसरण किया जा रहा है। दूरदर्शन पर पुरानी पौराणिक सीरियलों का फिर प्रसारण हो रहा है और उनमें से एक है रामानंद सागर की रामायण। ऐसा हो ही नहीं सकता कि रामायण की बात की जाए और भगवान हनुमान के रूप में नजर आए दारा सिंह की बात न की जाए। रामायण के फिर प्रसारण से उनका बेटा बिंदु दारा सिंह की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। दारा सिंह ने शो में हनुमान का किरदार को जीवंत कर दिया था और दुनियाभर के सभी प्रतियोगिताओं में अपना नाम कमाने वाले इस पूर्व पेशेवर पहलवान ने दर्शकों के दिल पर अमिट छाप छोड़ी थी। साल 2012 में हार्ट अटैक और ब्रेन डैमेज की वजह से उनका निधन हो गया था। विंदू दारा सिंह ने बातचीत में कहा, 'मेरे पिता ने तीन बार हनुमान का किरदार निभाया था - पहली बार फिल्म जय बजरंग बली (1974) में, फिर रामानंद सागर की रामायण में और बीआर चोपड़ा की महाभारत में। उसके बाद, मेरे सहित कई अभिनेताओं ने निभाया। परदे पर हनुमान के रूप में कोई भी उनकी तरह जनता से नहीं जुड़ सका है। यह एक बहुत बड़ा आशीर्वाद है कि इतने सालों के बाद शो फिर से प्रसारित होने जा रहा है।'
उन्होंने यह भी खुलासा किया कि अपने आखिरी दिनों में दारा सिंह ने उन्हें विंदू से रामायण को रीप्ले करने के लिए कहा था। वे कहते हैं, 'अपने आखिरी दिनों में, मैंने अपने पिता से पूछा कि उनको कोई ख्वाहिश जो अधूरी रह गई हो। उन्होंने कहा 'चल रामायण लगा दे', मैं इसे फिर से देखूंगा। वह शो को बड़े चाव से देखते थे और एक दिन में पांच एपिसोड खत्म करते थे। यह उनकी आखिरी इच्छा थी।' दारा सिहं के उनके हनुमान कॉस्ट्यूम ट्रायल्स को याद करते हुए विंदू ने कहा, 'मेरे पिता को किरदार निभाने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ा था। कॉस्ट्यूम्स में आने के बाद वे कुछ खा नहीं सकते थे और पूरे दिन बस नारियल पानी पीते थे। ऐसी उनकी प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत थी।'